भाजपा ने नीतीश कुमार की महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को बेहद शर्मनाक और मातृ शक्ति के अपमान की पराकाष्ठा बताया है । प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस और उनके सहयोगियों के व्यवहार में तो अभद्र भाषा पहले से शामिल थी ही, अब उनकी गलत संगत में नीतीश के संस्कार भी बिगड़े हैं । साथ ही इसपर प्रदेश के विपक्षी नेताओं की चुप्पी को भी शर्मनाक बताया।
मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में भट्ट ने बिहार सीएम के बयान पर आक्रोश जताते हुए इसे इंडी गठबंधन के असली चरित्र बताया है । उन्होंने कहा, सबसे दुखद और अपमानजनक बात है कि ये सब अश्लील टिप्पणी उन्होंने विधानसभा के अंदर कही और अनेकों महिला विधायकों के सामने । हालांकि कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों का महिला चरित्र हनन का इतिहास रहा है । चाहे सीएम गहलोत का बलात्कार की घटना पर, मर्दों का राजस्थान वाला बयान हो, चाहे दिग्विजय सिंह का अपनी ही पार्टी के महिला नेताओं पर की गई टिप्पणी हो, चाहे इनके राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष पर पार्टी की ही प्रदेश इकाई अध्यक्ष द्वारा यौन शौषण के आरोप हो, चाहे सपा नेताओं की बलात्कारियों के पक्ष में दिए बयान हों । भट्ट ने अ फसोसजनक और पीड़ादायक बताया कि कोई विपक्षी नेता माताओं बहिनों के इस सार्वजनिक अपमान के विरोध में सामने नहीं आया । हमे उम्मीद थी कि मातृ शक्ति के त्याग से जन्मा और उनके सामर्थ्य से आगे बढ़ते उत्तराखंड का कोई बड़ा कांग्रेसी नेता आलोचना का साहस करेगा । लेकिन महिला अत्याचार के मुद्दे पर मीडिया के माध्यम से अपनी राजनीति जीवित रखने वाले किसी नेता का कोई बयान सामने नहीं आया । देवभूमि की मातृ शक्ति समेत समस्त सवा करोड़ जनता, प्रदेश के विपक्षी नेताओं की चुप्पी को सुनकर महसूस कर रही है और समय आने पर अश्वय जवाब देगी।