डॉ. तुषार अग्रवाल की जटिल सर्जरी के बाद 30 वर्षीय महिला ने प्राकृतिक रूप से किया गर्भधारण

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महिला ने कई डॉक्टरों से सलाह ली थी, लेकिन सभी ने कहा कि उनके गर्भवती होने की संभावना बहुत कम है

डॉ. तुषार अग्रवाल ने उनका केस संभाला।

देहरादून।  मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल एक प्रेरणादायक कहानी साझा कर रहा है, जो अस्पताल की शानदार प्रजनन देखभाल सेवाओं को दिखाता है। 30 साल की एक महिला, जो कई मुश्किलों का सामना करने के बाद माँ बनने की कोशिश कर रही थी, अस्पताल में सर्जरी के बाद प्राकृतिक रूप से गर्भवती हुई है।
पिछले 4-5 सालों में, महिला ने कई डॉक्टरों से सलाह ली थी, लेकिन सभी ने कहा कि उनके गर्भवती होने की संभावना बहुत कम है। उनको फेलोपियन ट्यूब बंद होने, एंडोमेट्रियोसिस (गर्भाशय की अंदरूनी परत से जुड़ी समस्या) और फाइब्रॉएड (गाँठ) की समस्या थी। डॉक्टरों ने उन्हें टेस्ट ट्यूब बेबी (IVF) या गर्भपात करने की सलाह दी थी। इसके बाद उन्होंने मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से संपर्क किया, जहाँ डॉ. तुषार अग्रवाल ने उनका केस संभाला।
डॉ. तुषार ने सर्जरी के जरिए उनकी सभी समस्याओं का इलाज किया। उन्होंने एंडोमेट्रियोसिस के सिस्ट को हटाया, अंडाशय की क्षमता बढ़ाने के लिए पीआरपी (एक खास तरीका) का इस्तेमाल किया, और बंद फेलोपियन ट्यूब को साफ किया। सर्जरी के सिर्फ दो महीने बाद महिला ने प्राकृतिक रूप से गर्भधारण कर लिया।
आज वह आठ महीने की गर्भवती है और डॉ. तुषार की देखरेख में है। उन्होंने समय से पहले प्रसव के खतरे को सफलतापूर्वक पार कर लिया है और सामान्य डिलीवरी की उम्मीद है। महिला ने इस यात्रा को “आशीर्वाद” बताया है।
डॉ. तुषार ने कहा, “यह मामला दिखाता है कि जटिल प्रजनन समस्याओं के इलाज में सही देखभाल और सर्जरी कितनी जरूरी है। एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्याएं अब आम होती जा रही हैं, और हमारा उद्देश्य है कि हम मरीजों को उम्मीद और बेहतर इलाज के विकल्प दें।”
इस सफलता से पता चलता है कि नई सर्जरी तकनीकें कितनी असरदार हो सकती हैं। हैं। डॉ. तुषार अग्रवाल एंडोमेट्रियोसिस सर्जरी, फाइब्रॉएड सर्जरी और सभी बांझपन मामलों के इलाज में बेहद अनुभवी हैं।

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