मजबूत साक्ष्य के आधार पर विजिलेंस पिछले साढ़े चार साल में 71 प्रतिशत मामलों में आरोपियों को कोर्ट से सजा दिलाने में कामयाब रही
देहरादून । उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘जीरो टॉलरेंस’ की अपनी नीति को जमीन पर उतारते हुए विजिलेंस विभाग को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरी तरह से खुली छूट दे दी है। यही वजह है कि इसका असर, साल दर साल बढ़ते विजिलेंस ट्रैप और गिरफ्तारियों की संख्या के रूप में नजर आ रहा है। यही नहीं मजबूत साक्ष्य के आधार पर विजिलेंस पिछले साढ़े चार साल में 71 प्रतिशत मामलों में आरोपियों को कोर्ट से सजा दिलाने में कामयाब रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य का पदभार संभालते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर रुख साफ कर दिया था। इसका साफ असर विजिलेंस की कार्यवाही में साफ नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य का पदभार संभालते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने कड़े इरादे जाहिर कर दिए थे। अब इसके परिणाम भी दिख रहे हैं। बीते साढ़े चार सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो विजिलेंस ने कुल 82 ट्रैप लगाकर 94 गिरफ्तारियों को अंजाम दिया है, जिसमें 13 राजपत्रित अधिकारी भी शामिल हैं जो कि यह साफ दर्शाता है कि कार्रवाई की जद में कोई छोटे-बड़े अधिकारी होंगे बक्शे नहीं जाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी साफ किया है कि हम देवभूमि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त करते हुए, सुशासन की कार्य संस्कृति विकसित करना चाहते हैं। इसी क्रम में मुख्य सेवक के रूप में कार्यभार संभालने के दिन से ही विजिलेंस को भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ने के निर्देश दिए, जिसका असर अब नजर आ रहा है।
भ्रष्टाचार पर विजिलेंस कार्यवाही के आंकड़े
वर्ष 2022 में 15 गिरफ्तारी हुई, 03 पर निर्णय हुआ, जबकि एक सजा मिली
वर्ष 2024 में 38 गिरफ्तारी हुई, 13 मामलों पर निर्णय हुआ, और 07 को सजा मिली
वहीं वर्ष 2025 में 15 जुलाई तक के आंकड़े के मुताबिक 14 गिरफ्तारी हुई 3 पर निर्णय हुआ और 2 को मिली सजा
आंकड़ों के मुताबिक साल दर साल धामी सरकार का भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ रहा
बड़े बड़ों को किया गिरफ्तार
01-लोनिवि एई
नैनीताल जिले में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को ठेकेदार से ₹10 हजार रिश्वत मांगने पर रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया ।
02-यूपीसीएल जेई
देहरादून के हरबर्टपुर सब स्टेशन के एक जेई को विजिलेंस ने ₹15000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
03-एलआईयू कर्मी
नैनीताल जिले के रामनगर में विजिलेंस की टीम ने एलआईयू के उप निरीक्षक और मुख्य आरक्षी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
04-रोडवेज एजीएम
काशीपुर में रोडवेज सहायक महाप्रबंधक को अनुबंधित बस संचालन के बदले 90 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
05-खंड शिक्षा अधिकारी
हरिद्वार के खानपुर ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी को ₹10 हजार की घूस लेते गिरफ्तार किया गया।
06-जीएसटी सहायक आयुक्त
देहरादून में कार्यरत जीएसटी सहायक आयुक्त को 75 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
07-जिला आबकारी अधिकारी
रुद्रपुर में तैनात जिला आबकारी अधिकारी को शराब कारोबारी से 10 लाख रुपए के माल के एवज में 10 फीसदी रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
वही मुख्यमंत्री के इस सख्त रुख से यह तो साफ स्पष्ट हो गया कि भ्रष्टाचार की समस्या को जड़ से खत्म करने के मिशन पर एक्शन मोड पर काम किया जा रहा है। जिसके चलते मुख्यमंत्री के निर्देश पर सतर्कता विभाग ने शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नम्बर 1064 भी जारी किया है,