कुपोषण मुक्त भारत बनाने में कारगर साबित होगी आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” योजना – रेखा आर्या

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मंत्री रेखा आर्या ने हरिद्वार में किया सभी सुविधाओं से युक्त मॉडल क्रैच का शुभारंभ, देवी का रूप धारण कर आई बालिका ने पहला पग रख कर केंद्र को किया पावन।

कामकाजी महिलाओं को बिना किसी परेशानियों का सामना करे बगैर अपने 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” में छोड़कर अपना कार्य कर सकते हैं।

Dehradun।हरिद्वार: सोमवार को महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने लेबर कॉलोनी BHEL हरिद्वार पहुंचकर प्रदेश के प्रथम आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” का उद्घाटन किया।

भारत सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति सामर्थ्य योजना के अंतर्गत आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत उत्तराखंड को प्रथम चरण में 34 आंगनबाड़ी कम क्रेच केंद्र की स्वीकृति प्राप्त हुई थी। जिसके तहत आज महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने उत्तराखंड के प्रथम आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” का उद्घाटन किया।

उद्घाटन कार्यक्रम में संयुक्त सचिव महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार डॉ प्रीतम बी यशवंत भी वर्चुअल रूप से जुड़े थे। अपने संबोधन में उन्होंने महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या की तारीफ करते हुए कहा कि रेखा आर्या के मजबूत नेतृत्व में आज उत्तराखंड की महिलाएं सशक्त हो रही है I

मंत्री रेखा आर्या ने रिबन काटकर इस “पालना” का शुभारंभ किया इसके उपरांत मंत्री ने “पालना” के बच्चों को पोषण युक्त भोजन भी परोसा साथ ही आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” में दी जा रही सुविधाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली ।

महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने अपने संबोधन में कहा यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का नतीजा है कि आज कामकाजी महिलाओं को बिना किसी परेशानियों का सामना करे बगैर अपने 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” में छोड़कर अपना कार्य कर सकते हैं ।

मंत्री रेखा आर्या ने कहा आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” की मॉनिटरिंग सीधा भारत सरकार कर रही है जिससे यह प्रमाणित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अंतिम व्यक्ति को मजबूत करने का काम कर रहे हैं और जो सुविधा एक समर्थ परिवार के बच्चे को बचपन में मिलती है वही सुविधा मजदूरी करने वाले मजदूर के बच्चों को भी मिले ।

महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” में कामकाजी महिलाएं अपने 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को सुबह 8 बजे से लेकर 5 तक छोड़ सकते हैं जहां बच्चों को 3 टाइम पौष्टिक भोजन , खेलने के लिये खिलौने समेत सभी सुविधाएं मिलेंगी इसके साथ ही हमारा कुपोषण मुक्त भारत का सपना भी पूरा होगा और कुपोषण से लड़ाई लड़ने में यह कारगर कदम साबित होगा।

मंत्री रेखा आर्या ने कहा आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” मुख्य तौर पर औद्योगिक जगह पर स्थापित किए गए हैं जो कि कामकाजी महिलाओं की सहूलियत की दृष्टि से स्थापित किए गए हैं और निकट भविष्य में पहाड़ी जनपदों में भी आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र “पालना” स्थापित किए जाएंगे ।

इस कार्यक्रम में भारत सरकार के संयुक्त सचिव डॉ प्रीतम बी. यशवंत, स्थानीय विधायक आदेश चौहान, निदेशक प्रशांत आर्य, सी.पी.ओ मोहित चौधरी और महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी समेत आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद थी।

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