सहसपुर जमीन मामले पर हरक सिंह ने दी सफाई
एक साल से किया जा मानसिक रूप से प्रताड़ित : हरक सिंह
सहसपुर जमीन घोटाले (Sahaspur land scam) में ईडी के आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत ने सफाई दी है। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में हरक सिंह ने प्रेस वार्ता के जरिए केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा और ईडी व सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों को सियासी मोहरा बताया है।
हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार के इशारे पर ईडी अब दिन को रात और रात को दिन बता रही है। जिस संस्थान से निष्पक्षता की उम्मीद की जाती है, वही आज सत्ता के इशारे पर विपक्षी नेताओं को डराने का जरिया बन गई है। हरक सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट की कई बार की फटकार के बावजूद भी ईडी और सीबीआई विपक्षी नेताओं का शोषण कर रही हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस के 198 सांसदों और नेताओं के खिलाफ ईडी ने मुकदमे दर्ज किए हैं, लेकिन सिर्फ दो को ही दोषी सिद्ध कर पाई है। पूरे देश में 200 से ज्यादा जनप्रतिनिधियों पर केस दर्ज हैं, लेकिन सफलता दर सिर्फ 4.6% है। हरक सिंह रावत ने साफ कहा कि वह खुद को निर्दोष मानते हैं और अगर वे जमीन मामले में एक फीसदी भी दोषी पाए गए, तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
हरक सिंह ने कहा कि जिस जमीन को लेकर उन्हें घोटाले में घसीटा जा रहा है, वह जमीन 1960 में ही ज़मींदारी एक्ट के तहत सरकार में मर्ज हो चुकी थी। उन्होंने कहा जमीन खरीद मामलों में अधिकतम 12 साल तक का रिकॉर्ड देखा जाता है, फिर भी मुझे इस मामले में बेवजह घसीटा जा रहा है। हरक सिंह ने दावा किया कि पिछले एक साल से उन्हें और उनके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।